रा.ज.वि.अ ने हिमालयी घटक में चौदह लिंकों का पूर्व-संभाव्यता अध्ययन पूर्ण कर लिया है, जो कि निम्नानुसार हैं:
- मानस-संकोष-तिस्ता-गंगा लिंक
- जोगीघोपा-तिस्ता-फरक्का लिंक
- गंगा-दामोदर-सुवर्णरेखा लिंक
- सुवर्णरेखा-महानदी लिंक
- फरक्का-सुंदरबन लिंक
- गंडक-गंगा लिंक
- घाघरा-यमुना लिंक
- शारदा-यमुना लिंक
- यमुना-राजस्थान लिंक
- राजस्थान-साबरमती लिंक
- चुनार-सोन बैराज लिंक
- सोन बांध-गंगा लिंक की दक्षिणी सहायक नदियां
- कोसी-घाघरा लिंक
- कोसी-मेची लिंक
उपरोक्त 14 लिंकों में से निम्नलिखित दो लिंकों (भारतीय भाग) का संभाव्यता अध्ययन पूरा हो गया है:
- घाघरा-यमुना लिंक
- शारदा-यमुना लिंक
राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य योजना में पहचाने जाने वाले कुल 14 लिंकों में से कुल 2 लिंक, नामतः शारदा-यमुना मार्च-2003 तक और घाघरा-यमुना मार्च-2004 तक, के संभाव्यता प्रतिवेदन पूर्ण कर लिए गए हैं।
निम्नलिखित लिंकों के कुल 7 (सात) मसौदा संभाव्यता प्रतिवेदन मार्च 2009 तक पूरे कर लिए गए हैं :-
- यमुना-राजस्थान लिंक
- फरक्का-सुंदरबन लिंक
- गंगा (फरक्का)-दामोदर-सुवर्णरेखा लिंक
- सुवर्णरेखा-महानदी लिंक
- चुनार-सोन बैराज लिंक
- राजस्थान-साबरमती लिंक
- गंडक-गंगा लिंक
कोसी-घाघरा लिंक के सर्वेक्षण एवं अन्वेषण का कार्य मार्च-2013 तक पूरा कर लिया गया है। निम्नलिखित के सर्वेक्षण और जांच चल रही हैं:
- मानस-संकोष-तिस्ता-गंगा लिंक,
- सोन बांध-एसटीजी (गंगा की दक्षिणी सहायक उपनदियां) लिंक।
शेष दो लिंक लक्ष्य में नहीं रखे गए हैं, क्योंकि कोसी-मेची लिंक पूरी तरह से नेपाल और जोगीघोपा-तिस्ता-फरक्का लिंक मानस-संकोष-तिस्ता-गंगा लिंक का वैकल्पिक लिंक है।