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27-06-2024
तब चुल्लू में भी न होगा जल, दैनिक जागरण, नई दिल्ली, दिनांक 27-06-202427-06-2024
पाताल में जल संकट में कल, दैनिक जागरण, नई दिल्ली, दिनांक 27-06-202427-06-2024
जलाशय व तालाब रखें दुरुस्त, खुद बढ़ेगा भूजल, दैनिक जागरण, नई दिल्ली, दिनांक 27-06-202427-06-2024
जल स्रोतों की दूसरी गणना की प्रक्रिया शुरू, गिने जाएंगे झरने भी, दैनिक जागरण, नई दिल्ली, दिनांक 27-06-202420-06-2024
केरल के बाद मप्र भी बजट-ऑडिट से जल संचय के ओर बढ़ा , दैनिक जागरण, नई दिल्ली, दिनांक 20-06-202419-06-2024
दिल्ली में ग्राउंड वॉटर की स्थिति सुधरी, नवभारत टाइम्स, नई दिल्ली, दिनांक 19-06-202417-06-2024
सूखने के कगार पर है रिजर्वायर, नवभारत टाइम्स नई दिल्ली, दिनांक 17-06-202416-06-2024
भोपाल में 29 हज़ार वृक्षो के लिए चिपको आंदोलन, दैनिक जागरण, नई दिल्ली, दिनांक 16-06-202415-06-2024
छोटी गंडक नदी के पुनर्जीवित होने से हजारों होने लाभ, राजस्थान पत्रिका, दिनांक 15-06-202415-06-2024
यूपी बुझाएगा एम.पी. की प्यास, राजस्थान पत्रिका, दिनांक 15-06-202413-06-2024
लैगून पद्धति से तैयार सरोवर पानी उपलब्ध कराने संग शोधित भी करेगा, दैनिक जागरण, नई दिल्ली, दिनांक 13-06-20213-06-2024
जल आयोग व आईआईटी रुड़की ने किया समझौता, दैनिक जागरण, नई दिल्ली, दिनांक 13-06-202412-06-2024
हरियाली न जल संचयन, अब झेल रहा गर्मी का 'ताप', दैनिक जागरण, नई दिल्ली, दिनांक 12-06-202412-06-2024
जल जीवन मिशन की समीक्षा के साथ सी.आर. पाटिल ने संभाला कामकाज, दैनिक जागरण, नई दिल्ली, दिनांक 12-06-202406-06-2024
तालाबों को आपस में जोड़कर सहेजा वर्षा का जल , गाँव में बढ़ा जल स्तर, दैनिक जागरण, नई दिल्ली, दिनांक 06-06-202430-05-2024
पानी के लिए हाहाकार, टैंकर बुझा रहे प्यास, दैनिक जागरण, नई दिल्ली, दिनांक 30-05-202409-05-2024
युवा शक्ति को साथ लेकर महिला सरपंच ने दूर किया जल संकट, दैनिक जागरण, नई दिल्ली, दिनांक 09-05-2024
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श्री भोपाल सिंह महानिदेशक, रा.ज.वि.अ.
राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य योजना के प्रायद्वीपीय नदी विकास घटक को ठोस आकार देने के लिए प्रायद्वीपीय नदी प्रणाली के जल संसाधनों के ईष्टतम उपयोग के लिए वैज्ञानिक और यथार्थवादी आधार पर जल संतुलन तथा अन्य अध्ययन करने और संभाव्यता रिपोर्टें तैयार करने के लिए सोसाइटी रजिस्ट्रेशन अधिनियम, १८६० के अधीन राष्ट्रीय जल विकास अभिकरण की स्थापना एक स्वायत्त शासी सोसाइटी के रूप में जुलाई, १९८२ में की गई थी। १९९० में राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य के हिमालय नदी विकास घटक के कार्यों को भी राष्ट्रीय जल विकास अभिकरण को सौंप दिया गया। हाल ही में, रा.ज.वि.अ. के कार्यों में और आशोधन किए गए हैं और विभिन्न लिंक प्रस्तावों की विस्तृत परियोजना रिपोर्टें तैयार करने का कार्य तथा राज्यों द्वारा यथा प्रस्तावित अंतंर्राज्यीय लिंकों की पूर्वसंभाव्यता रिपोर्टें तथा संभाव्यता रिपोर्टें तैयार करने का कार्य रा.ज.वि.अ. के कार्यों में शामिल किया गया…...और देखें